परोपकार एक सुविचार
परोपकार एक सुविचार,
जीवन निर्मल बने महान।
डाली वृक्ष की झुक जाती,
फल आते ही याद दिलाती है,
परोपकार ……………।
नदिया का पानी बहता जाता,
कभी प्यासे को कहता रहता,
परोपकार ……………।
सूरज उठते ही किरण बिखेरता,
अंधकार से लड़ जीवन दे जाता,
परोपकार ………….।
बादल मीलों दूर से जल है लाते,
वर्षा कर खेतों को दे जाते,
परोपकार …………।
सज्जन लोग कभी न कहते,
संसार को सेवा दे जाते,
परोपकार ……….।
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बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।