परिचय
छंद बंध कला, योग और साधना,
एक एक कर इनको सदा जानना
इनको सदा जानना,व्यर्थ न जपना,
कह सुधीजन सभी, कौन है अपना,
भूखे से भूख जान, मन से दरिद्रता.
तन रंगे सब झोल,व्यर्थ की आपदा.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस
छंद बंध कला, योग और साधना,
एक एक कर इनको सदा जानना
इनको सदा जानना,व्यर्थ न जपना,
कह सुधीजन सभी, कौन है अपना,
भूखे से भूख जान, मन से दरिद्रता.
तन रंगे सब झोल,व्यर्थ की आपदा.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस