Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2022 · 1 min read

परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास

कार्तिक मास दीपदान का, पावन एक सुअवसर है
अंतस का अंधकार मिटाने, परम प्रकाश उत्सव है
हे दिव्य दीप ज्योति नमन, प्रज्वलित कर तुम्हें ध्याऊं
गंगा यमुना सरस्वती, संगम में दीप जलाऊं
सिंधु गोदावरी कावेरी, ब्रह्मपुत्र सरयू आऊं
हे दीपज्योति मैं तुम्हें छोड़ने, क्षिप्रा महानदी जाऊं
नर्मदा गोमती वेत्रवती,ताप्ती सोन मंदाकिनी
भुक्ति मुक्ति मोक्ष दायनी
हर पावन सर सरिता तट, मैं पावन दीप जलाऊं
करना सबका मंगल ज्योति, सबका मार्ग प्रकाशित हो
सारी सृष्टि सुखी रहे, जन जन का दूर अमंगल हो

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 522 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
3161.*पूर्णिका*
3161.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कर्म-धर्म
कर्म-धर्म
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
कुछ बहुएँ ससुराल में
कुछ बहुएँ ससुराल में
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
संतुलित रहें सदा जज्बात
संतुलित रहें सदा जज्बात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर
#ऐसी_कैसी_भूख?
#ऐसी_कैसी_भूख?
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अपनी जिंदगी मे कुछ इस कदर मदहोश है हम,
अपनी जिंदगी मे कुछ इस कदर मदहोश है हम,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
"हरी सब्जी या सुखी सब्जी"
Dr Meenu Poonia
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सावन
सावन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
प्यारा सा गांव
प्यारा सा गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Magical world ☆☆☆
Magical world ☆☆☆
ASHISH KUMAR SINGH
गीत-1 (स्वामी विवेकानंद जी)
गीत-1 (स्वामी विवेकानंद जी)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
कितने ही गठबंधन बनाओ
कितने ही गठबंधन बनाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Girvi rakh ke khud ke ashiyano ko
Girvi rakh ke khud ke ashiyano ko
Sakshi Tripathi
कौन कहता ये यहां नहीं है ?🙏
कौन कहता ये यहां नहीं है ?🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम को पाते हैं हम जिधर जाते हैं
तुम को पाते हैं हम जिधर जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
किसी नदी के मुहाने पर
किसी नदी के मुहाने पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
परेशानियों से न घबराना
परेशानियों से न घबराना
Vandna Thakur
परिभाषाएं अनगिनत,
परिभाषाएं अनगिनत,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
Loading...