परमारथ कर प्राणिया, दया धरम अर दान। परमारथ कर प्राणिया, दया धरम अर दान। ईसर अवस रखावसी , जुग में थांरी स्यान।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️