वह यूं शर्मिंदा हुआ
नीता अपने पति विनेश की हरकतों से परेशान थी। रोजाना घंटों फोन पर बातचीत करना, फेसबुक और अन्य सोशल साइटों पर लगे रहना उसका नियम बन चुका था। इन बातों को लेकर घर में तकरार बढ़ती जा रही थी। पति-पत्नी के बीच विश्वास और सहयोग का रिश्ता शक और रोजमर्रा के झगड़ों में बदल चुका था।
विनेश उल्टा नीता पर ही हावी होने की कोशिश करता और कहता कि वह उस पर नाहक शक करती है। वह किसी महिला की तरफ नजर तक उठाकर नहीं देखता है। एक अरसा लड़ने और झगड़ने के बाद विनेश पर कोई असर नहीं हुआ तो नीता ने भी हथियार डाल दिए। इधर, फेसबुक पर विनेश की पिंकी नाम की महिला से दोस्ती शुरू हो चुकी थी। यह संबंध दिनों दिन परवान चढ़ते जा रहे थे। नीता की तरफ से कोई विरोध न होने से विनेश को लगातार बल मिल रहा था।
एक दिन चैट के दौरान विनेश ने पिंकी से मिलने की इच्छा जताई। काफी खुशामद के बाद पिंकी को एक होटल में मुलाकात के लिए राजी कर लिया। विनेश ने एक बहुत अच्छा रूम बुक करा दिया था। पिंकी ने यह भी बता दिया कि वह विनेश की पसंद यानी गुलाबी ड्रेस पहन कर आएगी, हरे स्कार्फ का ढाटा और ब्राउन पर्स होगा। ठीक 2 बजे रिसेप्शन पर पहुंचेगी।
फिर क्या था विनेश 2 बजने का बेसब्री से इंतजार करने लगा। तयशुदा समय पर पिंकी पहुंच गई। सीढ़ियों पर खड़े हुए विनेश ने उसको इशारा करके बुला लिया। विनेश आगे-आगे और पिंकी उसके पीछे। रूम के अंदर पहुंचते ही पिंकी ने अपना ढाटा खोला दिया। यह क्या? विनेश अवाक, उसको पैरों के नीचे कि ज़मीन खिसकती महसूस हुई। उसके सामने पिंकी नहीं उसकी पत्नी नीता थी।
अपने पति को सबक सिखाने के लिए नीता ने ही फेसबुक पर फेक आई.डी. बनाई थी। नीता सिर्फ इतना ही बोली- पिंकी और तुम्हारे जैसी हरकत में भी करने लगी तो…? विनेश का सिर शर्म से झुक गया, वह नीता के पैरों पर गिर पड़ा।
© अरशद रसूल