Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2023 · 1 min read

“पता ही नहीं चला”

अरे यारों कब 30+,40+,50+के हो गए पता ही नहीं चला।
कैसे कटा 21से 31,41,51तक का सफर पता ही नही चला।
क्या पाया क्या खोया क्यों खोया पता ही नहीं चला।
कल बेटे थे आज ससुर हो गए पता ही नहीं चला।
कब पापा से नानू बन गए पता ही नहीं चला।
कोई कहता सठिया गए कोई कहता छा गए क्या सच है, पता ही नहीं चला।
पहले मां बाप की चली फिर बीवी की चली अपनी कब चली पता ही नहीं चला।
दिल कहता है जवान हूं मैं उम्र कहती है नादान हूं मैं इसी चक्कर में कब घुटने घिस गए पता ही नहीं चला।
झड़ गए बाल लटक गए गाल लग गया चश्मा कब बदली यह सूरत पता ही नहीं चला।
मैं ही बदला या बदले मेरे यार समय भी बदला, कितने छूट गए कितने रह गए यार पता ही नहीं चला।
कल तक अठखेलियां करते थे यारों के साथ आज सीनियर सिटीजन हो गए पता ही नहीं चला।
अभी तो जीना सीखा है तब समझ आई पता ही नहीं चला।
आदर सम्मान प्रेम और प्यार वाह वाह करती कब आए जिंदगी पता ही नहीं चला।
बहू जमाई नाते पोते खुशियां लाए खुशियां आई कब मुस्कुराई उदास जिंदगी पता ही नहीं चला।
जी भर के जी ले प्यारे फिर ना कहना मुझे पता ही नहीं चला।
✍️श्लोक उमंग ✍️

1 Like · 164 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

फलसफा जिंदगी का
फलसफा जिंदगी का
Sunil Maheshwari
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
Buddha Prakash
"यही दुनिया है"
Dr. Kishan tandon kranti
सरसी
सरसी
Dr.VINEETH M.C
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
अशोक कुमार ढोरिया
DR Arun Kumar shastri
DR Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
1B_ वक्त की ही बात है
1B_ वक्त की ही बात है
Kshma Urmila
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना
Ajit Kumar "Karn"
देखेगा
देखेगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यार नहीं -गजल
यार नहीं -गजल
Dr Mukesh 'Aseemit'
Live in Present
Live in Present
Satbir Singh Sidhu
अपने शौक को जिंदा रखिए ..
अपने शौक को जिंदा रखिए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
" इस दशहरे १२/१०/२०२४ पर विशेष "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
*अपने गुट को अच्छा कहना, बाकी बुरा बताना है (हिंदी गजल)*
*अपने गुट को अच्छा कहना, बाकी बुरा बताना है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
Kirti Aphale
कुंडलियां
कुंडलियां
Santosh Soni
3.बूंद
3.बूंद
Lalni Bhardwaj
वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो।
वक्ता का है तकाजा जरा तुम सुनो।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
पूर्वार्थ
"तुम नूतन इतिहास लिखो "
DrLakshman Jha Parimal
अल्फ़ाज़ बदल गये है अंदाज बदल गये ।
अल्फ़ाज़ बदल गये है अंदाज बदल गये ।
Phool gufran
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तुम नहीं आए...
तुम नहीं आए...
Meera Thakur
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
*प्रणय*
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
gurudeenverma198
Loading...