पता न चला
आंखो से ही बात हो गई पता न चला ।
न जाने उनसे कब मुलाकात हो गई ।
कुछ पता न चला ।
मै तो देखता रहा उनके चेहरे को ।
कब घटा छा गई पता न चला ।
देखते-देखते तेरे ये चेहरे का नूर ।
कब हम तुमसे दूर हो गये पता न चला ।
सामने सब कुछ होता है दिखता नही ।
कब तुमसे बात हो गई पता न चला ।
ये कोई सपना तो नही ।
पर हमे है पता, तुम हो मेरी, तुम कब मेरी हो गयी पता न चला ।
रैन हुई कब विहान हुआ ।
कुछ पता न चला ।
सूर्य कब था जला ।
चांद कब था ढला ।
मेरे दिल मे तेरे ही प्यार की किरण छा गयी पता न चला ।
कोई काम करता हूं जादू हो जाता है ।
तुमसे मिलने को दिल बेकाबू हो जाता है ।
तुमसे मिलता हूं तो ऐसा लगता है क्यो ।
धरती और अम्बर का मिलन हो गया ।
चोली और दामन का संग हो गया ।
सूने जीवन मे रंग भरा पता न चला ।
आंखो से ही बात हो गई पता न चला ।
क्य यही है मोहब्बत का सिला ।
उनसे कब मुलाकात हो गई पता न चला ।
Rj Anand Prajapati