पंखा
न जाने कितने दिनों से
अविराम गति से वह
घूर्णन क्रिया में लीन
अपने कर्तव्य को
निष्ठा से लगातार
पालन कर रहे है
और हमे कर्तव्यनिष्ठा का
पाठ सिखाने की
झूठी कोशिश कर रहे है ।
न जाने कितने दिनों से
अविराम गति से वह
घूर्णन क्रिया में लीन
अपने कर्तव्य को
निष्ठा से लगातार
पालन कर रहे है
और हमे कर्तव्यनिष्ठा का
पाठ सिखाने की
झूठी कोशिश कर रहे है ।