नैन नक़्श हर ले सबका मन
नैन नक़्श, हर ले, सबका मन
जब चलायें वाण, रति मदन
शब्द में, उकेरा जाये ना
गौर वर्ण, इकहरा बदन
प्रियतमा हो, सामने मेरे
फिर कहाँ धरे, ये धीर मन
नैन नक़्श, हर ले, सबका मन
जब चलायें वाण, रति मदन
शब्द में, उकेरा जाये ना
गौर वर्ण, इकहरा बदन
प्रियतमा हो, सामने मेरे
फिर कहाँ धरे, ये धीर मन