Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2021 · 1 min read

नीक लागे निमिया

नीक लागे निमिया के छइयाँ
झुलुअवा पर पेंग मारें मइया

पँउवा पखारे बदे बरसे सवनवा
मड़ुआ दवनवा से महके अँगनवा
झुर झुर बहेले बेयरिया
झुलुअवा पर पेंग मारें मइया

चउका पुरेले नवरात हजमिनिया
बभना करावे माई तोहरी पुजनिया
बेनिया डोलावे ले मलिनिया
झुलुअवा पर पेंग मारें मइया

भगिया जिनिगिया ‘असीम’ के बना द
अपने सनेहिया के अँचरा ओढ़ा द
रोवे गोहरावेला दुअरिया
झुलुअवा पर पेंग मारें मइया
©️ शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Bhojpuri
491 Views

You may also like these posts

ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक)
ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक)
डॉक्टर रागिनी
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
Rekha Drolia
सुना है इश्क़ खेल होता है
सुना है इश्क़ खेल होता है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अब वो मुलाकात कहाँ
अब वो मुलाकात कहाँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन में कुछ भी रखना, निभाना, बनाना या पाना है फिर सपने हो प
जीवन में कुछ भी रखना, निभाना, बनाना या पाना है फिर सपने हो प
पूर्वार्थ
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
The Saga Of That Unforgettable Pain.
The Saga Of That Unforgettable Pain.
Manisha Manjari
" कैसे "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम इतने आजाद हो गये हो
तुम इतने आजाद हो गये हो
नेताम आर सी
माँ नहीं है देह नश्वर
माँ नहीं है देह नश्वर
indu parashar
*दिल के रोग की दवा क्या है*
*दिल के रोग की दवा क्या है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ভ্রমণ করো
ভ্রমণ করো
Arghyadeep Chakraborty
बड़ा आदर सत्कार
बड़ा आदर सत्कार
Chitra Bisht
भुजंग प्रयात छंद
भुजंग प्रयात छंद
Rambali Mishra
हर बात छुपाने की दिल से ही मिटा देंगे ....
हर बात छुपाने की दिल से ही मिटा देंगे ....
sushil yadav
व्याकरण कविता
व्याकरण कविता
Neelam Sharma
संतुष्टि
संतुष्टि
Dr. Rajeev Jain
आओ मिल दीप जलाएँ
आओ मिल दीप जलाएँ
Indu Nandal
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
*तंजीम*
*तंजीम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम भी तो गुज़रते हैं,
हम भी तो गुज़रते हैं,
Dr fauzia Naseem shad
दिल में पीड़ा
दिल में पीड़ा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़म का दरिया
ग़म का दरिया
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
उलझनें
उलझनें
Karuna Bhalla
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
Shashi kala vyas
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
Phool gufran
■ एक_और_बरसी...
■ एक_और_बरसी...
*प्रणय*
सर्द
सर्द
Mamta Rani
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
Loading...