निलगाइन के परकोप
निलगाइन के परकोप
जइसे करे विनाश मिसाइल , बम ,गोला ,भा तोप
ओसे अचिको घाट न बा निलगाइन के परकोप
चारू तरफ रुन्हान लगाके सूुतीं खेत में जाके
अचिको भारमल आँख फँसलिया चरि जालीसन आके
कइ देलीसन गेहूँ ,गन्ना ,मकई सब खैकार
खीरा , ककड़ी , भिंडी , लउकी सबके बंटाधार
लहरत आपन फसल देखि के हर किसान अगराला
चरिजलीसन खेत जियरवा अँइठि -अँइठि रहि जाला
का खाइलजा का पिअलजा कइसे साहु दिआई
दिनोरात ई सोचि – सोचि माथा जालें चकराई
दिन दूना राती चौगुना निलगइया बढ़ियाली
कवनो फसल न बा धरती पर ना जवना के खाली
ई बाटे गंभीर समस्या हल सरकार निकारो
अवधू अपना अन्नदाता के अनायास मत मारो
अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285