Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2024 · 2 min read

*नियति*

आज राधिका बहुत खुश थी।उसके बेटे का रिश्ता तय हो गया था। 1 महीने बाद बेटे की शादी की तारीख भी पक्की हो गई थी। वह मन ही मन में पति को याद करके उदास हो रही थी क्योंकि 4 वर्ष पूर्व उसके पति का देहांत हो गया था। उसकी आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा बीते वक्त को याद करते हुए सोचने लगी कैसे कुछ घंटे में उसका पति उसके सामने ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था पूछने पर डॉक्टरों ने बताया था अटैक आया है ! घर में भीड़ इस कदर जमा थी कि सब के मुंह से यह शब्द निकल रहे थे कैसे हुआ ? कब हुआ ? अभी कुछ देर पहले ही तो हमारी मुलाकात हुई थी हां हां मेरी भी बात हुई थी सब ने कहा भगवान के आगे किसकी चली है तू हौसला रख बेटी तेरे भी यह बेटा तेरी जिंदगी में खुशियों के रंग भर देगा। तू रोएगी तो इसे कौन चुप करेगा। उसको अपने बेटे का ख्याल आते ही ढांढस सा बनने लगा खैर वक्त गुजरने लगा दर्द को सीने में छुपाए मां बेटे ने एक दूसरे का साथ निभाते निभाते चार वर्ष बिता दिए आज फिर खुशियों ने उनकी दहलीज पर कदम रखा और मां बेटे की खुशहाल जिंदगी के सपने बुनने लगी। बेटे ने मां को आवाज लगाते हुए कहा मां मुझे बुखार सा महसूस हो रहा है मां ने कहा बेटा जा डॉक्टर से अभी दवाई ले आ वायरल फीवर चल रहा है। ठीक है बेटे ने मां से कहा मन में दवाई लेने जा रहा हूं खाना आकर खाऊंगा मां ने कहा ठीक है मां ने खाना बनाया मगर खाया नहीं बेटा का इंतजार करने लगी बेटा बेटा दवाई लेकर वापस आ गया। मां मेरा मन नहीं कर रहा आप खाना खा लो कह कर बेटा अपने बेड पर लेट गया। मां ने आकर देखा सर पर हाथ फेरते हुए धीरे से कहा बेटा थोड़ा सा खा लो! लेकिन बेटा निरुत्तर सा लेट रहा। मां ने सोचा शायद दवा की वजह से नींद आ रही है सोच कर चली गई। लेकिन मां का मन नहीं लगा वह फिर बेटे के कमरे में आ गई उसकी आंखें फटी की फटी रह गई उसके बेटे के मुंह से झाग निकल रहे थे वह दौड़ती हुई ऐसा ऐसी भागी और पड़ोस में से बेटे के दोस्त को बुला लाई दोनों उसे अस्पताल ले आए। डॉक्टर ने फिर वही जवाब दिया सर की नस फट गई है अब नहीं रहा !सारी भीड़ एक दूसरे का मुंह ताक रही थी और कह रही थी कब हुआ कैसे हुआ ? किस डॉक्टर से दवाई ली क्यों ली और अस्पताल में जो भी उसे महिला की व्यथा सुनता वहीं रो पड़ता लेकिन नियति को तो यही मंजूर था।

हरमिंदर कौर, अमरोहा (उत्तर प्रदेश)

1 Like · 474 Views

You may also like these posts

जिस दिल में ईमान नहीं है,
जिस दिल में ईमान नहीं है,
पंकज परिंदा
"Study like the future depends on it, because it does. Every
पूर्वार्थ
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आहत बता गयी जमीर
आहत बता गयी जमीर
भरत कुमार सोलंकी
Education
Education
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"रानी वेलु नचियार"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसे यकीन करेगा कोई,
कैसे यकीन करेगा कोई,
Dr. Man Mohan Krishna
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" गप्प लिय मोदी सं आ टाका लिय बाइडन सं "
DrLakshman Jha Parimal
वीर नारायण
वीर नारायण
Dijendra kurrey
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
जिंदगी का एक और अच्छा दिन,
जिंदगी का एक और अच्छा दिन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#आदरांजलि-
#आदरांजलि-
*प्रणय*
International Day Against Drug Abuse
International Day Against Drug Abuse
Tushar Jagawat
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
1222   1222   1222   1222
1222 1222 1222 1222
Johnny Ahmed 'क़ैस'
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr Archana Gupta
**ग़ज़ल: पापा के नाम**
**ग़ज़ल: पापा के नाम**
Dr Mukesh 'Aseemit'
गीत
गीत
गुमनाम 'बाबा'
24/232. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/232. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
★लखनवी कृषि को दीपक का इंतजार★
★लखनवी कृषि को दीपक का इंतजार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*आँसू मिलते निशानी हैं*
*आँसू मिलते निशानी हैं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
वीणा-पाणि वंदना
वीणा-पाणि वंदना
राधेश्याम "रागी"
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
Kuldeep mishra (KD)
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
बन्दर-बिल्ली
बन्दर-बिल्ली
विजय कुमार नामदेव
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
sp111 जो कहते हैं
sp111 जो कहते हैं
Manoj Shrivastava
Loading...