Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2023 · 1 min read

“नारी है तो कल है”

नारी है तो कल है,
असीम शक्ति का प्रतीक है।
संसार की जीवन धारा,
समृद्धि भी सटीक है।

प्रेम की ज्योति , सौन्दर्य की अंगूठी,
नारी की विभूति , स्वाभिमान की रोटी।
अग्निपथ पर चलने की इच्छा,
हर मुश्किल पर लड़ने वाली बेटी।

जीवन के रंग में खुद को रंगने वाली,
संघर्षों में भी दृढ़ रहने वाली ।
नारी स्वाभिमान की रक्षिका,
नारी ही तो सृष्टि की रचना करने वाली।

विराट स्वरूप में जलती विशाल ज्वाला,
संसार को जगाती, स्वयं में शक्ति पाला।
जब वह उठती है,तब देवताओं की सेवा,
सबका मन मोह लेती,भगवानी की सेवाl

मां,बहन, पत्नि,बेटी,
नारी रूपी अनुभवों की बेजोड़ चोटी।
मां कहलाती है वह, प्रेम की जननी होती,
बच्चों को पोषण देती, खुशियों की ज्योति होती ।।

8 Likes · 2 Comments · 322 Views

You may also like these posts

कुछ दुआ की जाए।
कुछ दुआ की जाए।
Taj Mohammad
दोहा पंचक. . . . . आभार
दोहा पंचक. . . . . आभार
sushil sarna
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
एक चाय हो जाय
एक चाय हो जाय
Vibha Jain
आह, ये नशा
आह, ये नशा
Chitra Bisht
*उदघोष*
*उदघोष*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#गुलमोहरकेफूल
#गुलमोहरकेफूल
कार्तिक नितिन शर्मा
कुछ अनकही
कुछ अनकही
Namita Gupta
वह भी चाहता है कि
वह भी चाहता है कि
gurudeenverma198
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
Interest
Interest
Bidyadhar Mantry
धरा दिवाकर चंद्रमा
धरा दिवाकर चंद्रमा
RAMESH SHARMA
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
🍁यादों का कोहरा🍁
🍁यादों का कोहरा🍁
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
हर बात छुपाने की दिल से ही मिटा देंगे ....
हर बात छुपाने की दिल से ही मिटा देंगे ....
sushil yadav
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
नेताम आर सी
सफर
सफर
Ritu Asooja
ऐसी दिवाली कभी न देखी
ऐसी दिवाली कभी न देखी
Priya Maithil
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अपना माना था दिल ने जिसे
अपना माना था दिल ने जिसे
Mamta Rani
जो नभ को कण समझता है,
जो नभ को कण समझता है,
Bindesh kumar jha
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं भारत का जन गण
मैं भारत का जन गण
Kaushal Kishor Bhatt
"I am slowly learning how to just be in this moment. How to
पूर्वार्थ
गीत
गीत
Shiva Awasthi
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
- मोहब्बत जिंदाबाद थी जिंदाबाद रहेगी -
- मोहब्बत जिंदाबाद थी जिंदाबाद रहेगी -
bharat gehlot
Loading...