Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2022 · 1 min read

नारी पर दोहे

हमको करना चाहिए, नारी का सम्मान
करे सृष्टि का ये सृजन, माँ का रूप महान

भूतों का डेरा लगे, नारी बिन घर द्वार
नारी से जगमग रहे, रिश्तों का संसार

नारी को वो सब मिले,जिसकी वो हकदार
कब तक वो ढोती रहे, कर्तव्यों का भार

मना रहे महिला दिवस, करते खूब प्रचार
केवल कहने से नहीं, नारी का उद्धार

नारी सत्ता को नहीं, कर पाते स्वीकार
बातें तो करते बड़ी ,पर छोटा व्यवहार

कहने भर को हैं बने,नारी के अधिकार
लेकिन सभ्य समाज ने ,नहीं कियेस्वीकार

कुण्डलिया
नारी को वो सब मिले,जिसकी वो हकदार
कब तक यूँ ढोती रहे, कर्तव्यों का भार
कर्तव्यों का भार , मारकर मन को अपने
आँखों में ही चूर , करे वो अपने सपने
कहे ‘अर्चना’ बात , सभी पर पड़ती भारी
घर से बाहर पाँव , निकाले जब भी नारी

6-3-2022
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
मेरा विषय साहित्य नहीं है
मेरा विषय साहित्य नहीं है
Ankita Patel
चमकना है सितारों सा
चमकना है सितारों सा
कवि दीपक बवेजा
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
subhash Rahat Barelvi
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
Anand Kumar
"औकात"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-454💐
💐प्रेम कौतुक-454💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हनुमान जयंती
हनुमान जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
Phool gufran
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
Ashwini sharma
बुढ्ढे का सावन
बुढ्ढे का सावन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
दिल ने दिल को पुकारा, दिल तुम्हारा हो गया
दिल ने दिल को पुकारा, दिल तुम्हारा हो गया
Ram Krishan Rastogi
राम की रहमत
राम की रहमत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
परिभाषाएं अनगिनत,
परिभाषाएं अनगिनत,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
Ravi Prakash
mujhe needno se jagaya tha tumne
mujhe needno se jagaya tha tumne
Anand.sharma
'मरहबा ' ghazal
'मरहबा ' ghazal
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
Jay Dewangan
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम्हें तो फुर्सत मिलती ही नहीं है,
तुम्हें तो फुर्सत मिलती ही नहीं है,
Dr. Man Mohan Krishna
■ दुर्जन संगठित, सज्जन विघटित।
■ दुर्जन संगठित, सज्जन विघटित।
*Author प्रणय प्रभात*
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
आज़माइश
आज़माइश
Dr. Seema Varma
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
गाँव कुछ बीमार सा अब लग रहा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
क्या रखा है???
क्या रखा है???
Sûrëkhâ Rãthí
Loading...