*नव वर्ष बधाई (हिंदी गजल/गीतिका)*
नव वर्ष बधाई (हिंदी गजल/गीतिका)
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
जिनके पास विषम-कारें, उनको नव वर्ष बधाई
आज सड़क पर चलने का, नंबर इनका है भाई
(2)
ठूसमठास मची है, हर होटल में सीटें फुल हैं
नया वर्ष मंगलमय उनका, जगह जिन्होंने पाई
(3)
नए साल का सूरज भी, वह ही जो रोज निकलता
पर मुहावरे की भाषा में, नई किरण है आई
(4)
ज्योतिषियों का लिखा वर्षफल, सबसे ज्यादा चलता
थोड़ी खुशी और थोड़े गम की इसमें परछाई
(5)
बारह बजे रात को ही, नव वर्ष मुबारक होगा
जाड़ों में परिपाटी यह, जाने क्यों गई बनाई
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451