Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2023 · 1 min read

नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन

नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन
चैत्र मास की गंधबाही पवन,छूती है जन जन का मन
सूर्य चन्द्र आकाश धरा, सौंदर्य माधव प्रकृति मिलन
उन्मन चित्त विकल हो उठता, मिलने को अनंत प्रियतम
परब़म्ह छाया बसंत बन, आनंद छलक रहा अंतर्मन
माधव की प्रकृति स्वरूपा शक्ति, आल्हादित करती चिंतन
सृजन पालन करती मां,मातृ तत्व धरा का कण कण
नवपल्लव नव अन्न धान्य, नवसंवत्सर को अर्पण
लक्ष्मी गौरी सरस्वती, दुर्गा काली शिवा धात्री शरण
नवरात्र नवसंवत्सर पर,राधा माधव के शरण चरण
सभी को नवसंवत्सर २०८० की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई 🎉🙏 सुरेश कुमार चतुर्वेदी

442 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा  साथ खड़े रहने का
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा साथ खड़े रहने का
पूर्वार्थ
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr Shweta sood
■दोहा■
■दोहा■
*Author प्रणय प्रभात*
जागेगा अवाम
जागेगा अवाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राखी का कर्ज
राखी का कर्ज
Mukesh Kumar Sonkar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माईया दौड़ी आए
माईया दौड़ी आए
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
कब हमको ये मालूम है,कब तुमको ये अंदाज़ा है ।
Phool gufran
💐प्रेम कौतुक-198💐
💐प्रेम कौतुक-198💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फागुन में.....
फागुन में.....
Awadhesh Kumar Singh
चोट शब्द की न जब सही जाए
चोट शब्द की न जब सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बात है तो क्या बात है,
बात है तो क्या बात है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
ज़िंदगी में एक बार रोना भी जरूरी है
ज़िंदगी में एक बार रोना भी जरूरी है
Jitendra Chhonkar
"सुखद अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
*धन्य-धन्य वह जीवन जो, श्री राम-नाम भज जीता है 【मुक्तक】*
*धन्य-धन्य वह जीवन जो, श्री राम-नाम भज जीता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
भोजपुरी बिरह गीत
भोजपुरी बिरह गीत
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
ज़माने   को   समझ   बैठा,  बड़ा   ही  खूबसूरत है,
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आत्म  चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
आत्म चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
गुलामी की ट्रेनिंग
गुलामी की ट्रेनिंग
Shekhar Chandra Mitra
खास हम नहीं मिलते तो
खास हम नहीं मिलते तो
gurudeenverma198
परिभाषा संसार की,
परिभाषा संसार की,
sushil sarna
मेरी ख़्वाहिश ने
मेरी ख़्वाहिश ने
Dr fauzia Naseem shad
# जिंदगी ......
# जिंदगी ......
Chinta netam " मन "
जानो आयी है होली
जानो आयी है होली
Satish Srijan
चर्चित हुए हम
चर्चित हुए हम
Dr. Sunita Singh
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Pratibha Pandey
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
Loading...