Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Sep 2022 · 2 min read

नया दौर ( छोटी कहानी )*

नया दौर ( छोटी कहानी )*
__________________________
“इस बार की महिला क्लब की मीटिंग गूगल मीट पर रख लेते हैं ।”जब सरिता ने यह बात कही तो उर्मिला देवी उखड़ गईं । कहने लगीं ” हमसे गूगल मीट चलाना नहीं आता । फिर हम तुम्हारी मीटिंग में भाग कैसे ले पाएँगे ? ”
“अरे दीदी ! गूगल मीट में कुछ भी मुश्किल नहीं है । बस थोड़ा सा आप करेंगी और फिर करने लगेंगी।”
” नहीं भैया ! मुझसे नहीं हो पाएगा। मुझे जोड़ना है तो पहले की भाँति व्हाट्सएप समूह में चैटिंग ही करते रहो ।”-कहकर उर्मिला देवी घर के कामों में हाथ बँटाने के लिए मोबाइल से उठ कर चली गईं।
घर का काम करते समय भी वह स्वयं से प्रश्न कर रही थीं- ” अब इस उमर में क्या मैं गूगल मीट भी सीखूँ? न मुझसे यह नहीं हो पाएगा और कौन मुझे सिखाएगा ?” तभी उनकी इस बड़बड़ाहट को उनकी पोती सुलेखा ने भंग किया । “क्या बात है दादी ! इतनी परेशान क्यों लग रही हो ?”
“अरे बेटी ! अब इस उम्र में क्या मैं गूगल मीट सीखूँ?” उर्मिला देवी के इतना कहते ही सुलेखा खिलखिला कर हँस पड़ी- “इसमें क्या मुश्किल है दादी ? आपने अपने पुराने फोन को इस स्मार्टफोन में कितनी मुश्किल से बदला था ? आपने हमेशा यही कहा कि.यह स्मार्टफोन मुझसे नहीं चल पाता । मैं तो अपने पुराने फोन से ही खुश हूँ। लेकिन क्या आप आज इस स्मार्टफोन के बजाए अपने पुरानी फोन में फिर से जाना पसंद करेंगी?”
उर्मिला देवी सोच में पड़ गईं। “बात तो ठीक कहती है तू गुड़िया ! सचमुच मुझे तो स्मार्ट फोन की घंटी बजते ही डर लगने लगता था । कैसे बात करूं ,टच करके कहाँ उँगली घूमाओ ! पुराना फोन कितना अच्छा लगता था ! लेकिन बेटे -बहू ने कह – कह के मुझे नया स्मार्टफोन दे ही दिया और फिर व्हाट्सएप भी मेरे फोन पर डलवा दिया । शुरू में तो मैंने मना किया था कि मैं व्हाट्सएप और फेसबुक कैसे चला पाऊँगी। मगर अब तो इस में बड़ा आनंद आता है । एक अच्छी – खासी दुनिया जुड़ गई है । ”
“बस तो दादी ! ऐसे ही आप गूगल मीट को भी अपना लेंगी। मैं आपके फोन में गूगल मीट इंस्टॉल कर दूँगी ।बाकी सब आप सीख जाएँगी।”
सुनकर उर्मिला देवी की आँखों में चमक आ गई ।उनके मन में उत्साह जगने लगा। उन्होंने फुर्ती के साथ दौड़ कर स्मार्ट फोन पर व्हाट्सएप खोला और बोल कर लिख दिया ” मैं गूगल मीट में भाग लूँगी।”
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
"मार्केटिंग"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
पूर्वार्थ
" पुराने साल की बिदाई "
DrLakshman Jha Parimal
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
तेरे नयनों ने यह क्या जादू किया
तेरे नयनों ने यह क्या जादू किया
gurudeenverma198
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मोमबत्ती जब है जलती
मोमबत्ती जब है जलती
Buddha Prakash
मदहोशी के इन अड्डो को आज जलाने निकला हूं
मदहोशी के इन अड्डो को आज जलाने निकला हूं
कवि दीपक बवेजा
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा पंचक. . . नारी
दोहा पंचक. . . नारी
sushil sarna
हम उनसे नहीं है भिन्न
हम उनसे नहीं है भिन्न
जगदीश लववंशी
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
ओनिका सेतिया 'अनु '
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
सभी कहें उत्तरांचली,  महावीर है नाम
सभी कहें उत्तरांचली, महावीर है नाम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम
हम "बालकृष्ण" के भक्तों का
*Author प्रणय प्रभात*
स्याही की
स्याही की
Atul "Krishn"
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
ईद मुबारक
ईद मुबारक
Satish Srijan
हम कुर्वतों में कब तक दिल बहलाते
हम कुर्वतों में कब तक दिल बहलाते
AmanTv Editor In Chief
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
Phool gufran
-- मौत का मंजर --
-- मौत का मंजर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
आज की प्रस्तुति - भाग #1
आज की प्रस्तुति - भाग #1
Rajeev Dutta
सियासत हो
सियासत हो
Vishal babu (vishu)
💐प्रेम कौतुक-347💐
💐प्रेम कौतुक-347💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सत्य (कुंडलिया)
सत्य (कुंडलिया)
Ravi Prakash
Loading...