नफ़रत के ज़ुल्मतों को मिटा देनी चाहिए
1-
अम्नो अमां की शममा जला देनी चाहिए
नफ़रत के ज़ुल्मतों को मिटा देनी चाहिए
2-
आती हो दोस्तों जो मुहब्बत के दरमियाँ
दीवार हमको ऐसी गिरा देनी चाहिए
3-
जब काम बन सके न दवाओं से ऐ मियां
फिर हाथ दुआओं में उठा देनी चाहिए
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती(उ०प्र०)