नकाब
नकाब
साधु के मुखौटे में शैतान
ईश्वर बन कर खड़ा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ।
ईमान धर्म सब बने धूल मिट्टी
संस्कार पग तले पड़ा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ।
सत्संग प्रवचन केवल नाम
मन मस्तिष्क है सड़ा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ।
साधु रूप में छिपे असाधु
संत का मुखौटा चढ़ा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ
धर्म के नाम पर छल प्रपंच
पाखंड चहुंओर भरा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ ।
मूर्ख समाज धूर्त दानवों के
झूठे जाल में जकड़ा हुआ
वेद पुराणों में था जो वर्णित
वह कलियुग आ खड़ा हुआ।
रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
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