नकली परतें…
अर्श पर नकली परतें नहीं होती
फ़र्श सी वहां नफ़रतें नहीं होती
उफ़क तक बस उन्स होती है
कहीं वहशी फ़ितरतें नहीं होती
अर्श=आसमान , फ़र्श=ज़मीन ,
उफ़क = क्षितिज़ ,उन्स=मुहब्बत
सुशील सरना
अर्श पर नकली परतें नहीं होती
फ़र्श सी वहां नफ़रतें नहीं होती
उफ़क तक बस उन्स होती है
कहीं वहशी फ़ितरतें नहीं होती
अर्श=आसमान , फ़र्श=ज़मीन ,
उफ़क = क्षितिज़ ,उन्स=मुहब्बत
सुशील सरना