*नंदी शिव की ओर 【कुंडलिया】*
नंदी शिव की ओर 【कुंडलिया】
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बीती सदियाँ ताकता , नंदी शिव की ओर
कहाँ तिमिर में खो गए ,होगी कब अब भोर
होगी कब अब भोर ,पुष्प जन कब लाएँगे
महादेव को पूज , दुग्ध से नहलाएँगे
कहते रवि कविराय , न्याय की पोथी रीती
हुआ देश आजाद ,रात्रि काली कब बीती
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451