धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है।
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है। इस वजह से वह शान्ति से कोसों दूर रहता है।
Paras Nath Jha
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है। इस वजह से वह शान्ति से कोसों दूर रहता है।
Paras Nath Jha