धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
हे
जग
के प्यारे!
तुम स्वयं
प्रेममय हो
अनुपम प्रिय
मधुमय मन हो
तुझको प्रणाम है
मधुरिम मोही
स्नेह बटोही
नवनीत
पुनीता
भव
हो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
धनुष वर्ण पिरामिड
हे
जग
के प्यारे!
तुम स्वयं
प्रेममय हो
अनुपम प्रिय
मधुमय मन हो
तुझको प्रणाम है
मधुरिम मोही
स्नेह बटोही
नवनीत
पुनीता
भव
हो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।