‘ द काश्मीर फाइल्स’ कविता
नमस्कार दोस्तों, मैं जसवंत , जालौर (राजस्थान) से आप लोगों के बीच एक और सच्ची कविता पहुंचाने आया हूं। दोस्तों यह कविता हाल ही में रिलीज हुई फिल्म “द कश्मीर फाइल” के ऊपर है आप अगर हिंदू हैं, तो उम्मीद करता हूं। आपने यह मूवी देख ली होगी। दोस्तों कविता वह जो सच बोले , वो जो झूठ का विरोध करें। तो आज मैं ऐसी एक अनोखी कविता आपके सामने निवेदन करता हूं। आशीर्वाद दीजिएगा 👍✉️
द कश्मीर फाइल्स ने तुम्हारे विरुद्ध दिये वो बयान चौरी चुपे नही सरेआम दिखाये गए हैं।
समुद्र की लहरों से बर्फीली वादियों तक अत्याचार के काले दिन दिखाए गए है।
तो हो चुकी कहानी है पुरानी उसे पर्दे पर दिखनी है।
आतंकीयो को उनकी ओखात भी बतानी है।
और चाहे जितने फिल्म पर केस कर लेना
कोर्ट से वापस खारिज होकर आना है।
© जसवंत
आप लोगों के सुझावो का हमेशा तहे दिल से स्वागत है