दोहे सप्तक
दोहे सप्तक
सीमा पर सैनिक लड़े,मौसम बर्फ जमाय।
आतंकी साया वहां, पाक रहा गुर्राय।१।
पाक बहाना कर लखे,झूठ जाय पकड़ाय।
अमरीका जब डांट दे,घिग्घी तब बंध जाय।२।
बर्फीला तूफान बम,रहा रक्त जमाय।
तरसे दाने को सभी, पिज़्ज़ा बर्गर खाय।३।
सैनिक सीमा पर जमे,बर्फ़ जमी चहुं ओर ।
होड़ लगी है जंग में, कौन लगावे जोर।४।
बर्फ करे तो क्या करे,बार बार थम जाय।
हाड़ कपांती ठंड में, जब सैनिक जम जायें।५।
युद्ध बांकुरे वीर सब, आनन्दित हो जायें।
निकले जब स्वर कंठ से ,आल्हा गीत सुनायें।६।
वीरों सी इस फौज को,हम सब करें प्रणाम,
दांत करें खट्टे सभी, दुश्मन गिरे धड़ाम।७।
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव।
सादर समर्पित