Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

दोहा- सरस्वती

बुंदेली दोहा विषय – सरसुती

#राना कातइ सरसुती , सबकी मैया आँय |
बीना लैकें हात में , ग्यान हमें सिखलाँय ||

बैठ हंस बीना लयै ,धुतिया फक्क सपेत |
पौथी थामै सरसुती , #राना अक्कल देत ||

#राना करतइ कामना , दैव सरसुती ग्यान |
बुंदेली भाषा करैं , मिल जुरकैं उत्थान ||

ब्रम्हा की बिटिया बनी , ब्रम्हपुरी में वास |
नाम सुरसती जानतइ ,#राना तकत उजास ||

जय‌ बुंदेली है पटल , दैव सरसुती ध्यान |
जुड़ौ नाम साहित्य है , #राना करतइ गान ||

रयी सरसुती की कृपा , जुर गय #राना मित्र |
बुंदेली भाषा बनै , सब भाषन में इत्र ||

#राना भी मेनत करत , दैत सबइ है संग |
माइ सरसुती भी भरैं , सबखौं नयी उमंग ||
***
✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

2 Likes · 1 Comment · 197 Views
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

विश्वास
विश्वास
Bodhisatva kastooriya
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
आर.एस. 'प्रीतम'
बाली उमर की शोखियाँ,
बाली उमर की शोखियाँ,
sushil sarna
लोग कहते है तुम मोहब्बत में हारे हुवे , वो लोग हो !
लोग कहते है तुम मोहब्बत में हारे हुवे , वो लोग हो !
Surya Barman
चाय पीने से पिलाने से नहीं होता है
चाय पीने से पिलाने से नहीं होता है
Manoj Mahato
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*प्रणय*
ग़ज़ल _ मिल गयी क्यूँ इस क़दर तनहाईयाँ ।
ग़ज़ल _ मिल गयी क्यूँ इस क़दर तनहाईयाँ ।
Neelofar Khan
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
3807
3807
Dr.Khedu Bharti
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
वो जो बातें अधूरी सुनाई देती हैं,
पूर्वार्थ
सत्य की जय
सत्य की जय
surenderpal vaidya
- तमन्ना करो -
- तमन्ना करो -
bharat gehlot
जब तुम हो
जब तुम हो
Rambali Mishra
कोई यहाॅं बिछड़ते हैं तो कोई मिलते हैं,
कोई यहाॅं बिछड़ते हैं तो कोई मिलते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
प्रेम
प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
पुलवामा वीरों को नमन
पुलवामा वीरों को नमन
Satish Srijan
बड़े अच्छे दिन थे।
बड़े अच्छे दिन थे।
Kuldeep mishra (KD)
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया
बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया
डॉ. एकान्त नेगी
सदैव खुश रहने की आदत
सदैव खुश रहने की आदत
Paras Nath Jha
ग़ज़ल-दिल में दुनिया की पीर
ग़ज़ल-दिल में दुनिया की पीर
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
वह भलामानस / मुसाफिर बैठा
वह भलामानस / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
खेल
खेल
राकेश पाठक कठारा
अगर किसी के पास रहना है
अगर किसी के पास रहना है
शेखर सिंह
माँ - सम्पूर्ण संसार
माँ - सम्पूर्ण संसार
Savitri Dhayal
खुदा की चौखट पर
खुदा की चौखट पर
dr rajmati Surana
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी ग
*साथ तुम्हारा मिला प्रिये तो, रामायण का पाठ कर लिया (हिंदी ग
Ravi Prakash
वो बच्चा
वो बच्चा
Dr. Kishan tandon kranti
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...