Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2024 · 1 min read

दोहा त्रयी. . .

दोहा त्रयी. . .

जाने यह इंसान क्यों , अक्सर जाता भूल ।
पुष्प दलों को छेदते, उसके अपने शूल ।।

सुख की परतों में कई , अनदेखे हैं शूल ।
इनकी तीखी वेदना, याद दिलाती भूल ।।

अंतस के हर भाव का, नयन करें अनुवाद ।
मौन पलों को चीरती, उस जुल्मी की याद ।।

सुशील सरना / 25-10-24

34 Views

You may also like these posts

" जिन्दगी की राहों में "
Dr. Kishan tandon kranti
पिताजी की बाते
पिताजी की बाते
Kaviraag
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
gurudeenverma198
चांद ठहर जाओ
चांद ठहर जाओ
Minal Aggarwal
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
संजीव शुक्ल 'सचिन'
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
Abhishek Soni
हीर और रांझा की हम तस्वीर सी बन जाएंगे
हीर और रांझा की हम तस्वीर सी बन जाएंगे
Monika Arora
कुछ खो गया
कुछ खो गया
C S Santoshi
बढ़ती वय का प्रेम
बढ़ती वय का प्रेम
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दोस्ती
दोस्ती
Dr fauzia Naseem shad
*कवि की शक्ति*
*कवि की शक्ति*
ABHA PANDEY
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
guru saxena
माहौल में
माहौल में
Kunal Kanth
🇮🇳हमारे बूढ़ पुरनिया एक कहावत कहते थे।❤️ जो बचपन में बहुत सु
🇮🇳हमारे बूढ़ पुरनिया एक कहावत कहते थे।❤️ जो बचपन में बहुत सु
Rituraj shivem verma
लेखक कि चाहत
लेखक कि चाहत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सत्य बदलकर झूठ में, लगा रहे हैं आग।
सत्य बदलकर झूठ में, लगा रहे हैं आग।
Arvind trivedi
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
Desert fellow Rakesh
मनमानी किसकी चली,
मनमानी किसकी चली,
sushil sarna
यादें
यादें
Dipak Kumar "Girja"
*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
Neeraj Agarwal
।।
।।
*प्रणय*
कुछ देर तो ठहरो :-
कुछ देर तो ठहरो :-
PRATIK JANGID
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
4410.*पूर्णिका*
4410.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
पंकज परिंदा
बिना कुछ कहे .....
बिना कुछ कहे .....
sushil yadav
" ज़ेल नईखे सरल "
Chunnu Lal Gupta
Loading...