दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
#दोहा
दिनांक _ 22/07/2024,,,
1)
#सावन बरसा झूम के , #झूला झूलत प्रीत ।
धानी चुनरी देख के , खुश होता मनमीत ।।
2)
सजना संवरना सखी , हरियाली है #तीज ।
लाली रचना हाथ में , देख सजन हो रीज।।
3)
#शिवशंकर बांधे जटा , बहती गंगा धार ।
त्रिशूल लिए हाथ में , जग पावे परिहार ।।
4)
#रुद्राक्ष होते गुण भरे , पहने हों धनवान।
हर इच्छा पूरी करे , कहते हैं भगवान ।।
✍️नील रूहानी ,,, 22/07/2024,,,,
( नीलोफर खान )