Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2022 · 1 min read

“दोस्त”

नसीब में इश्क़ नहीं लिखा खुदा ने,
पर दोस्त बहुत खास लिखें है,
जान से भी ज्यादा प्यारे मुझे यार दिए है।
“लोहित टम्टा

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 522 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सिकन्दर वक्त होता है
सिकन्दर वक्त होता है
Satish Srijan
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
कविता (आओ तुम )
कविता (आओ तुम )
Sangeeta Beniwal
खुद को संभालो यारो
खुद को संभालो यारो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*जीवन की शाम (चार दोहे)*
*जीवन की शाम (चार दोहे)*
Ravi Prakash
दिल -ए- ज़िंदा
दिल -ए- ज़िंदा
Shyam Sundar Subramanian
2972.*पूर्णिका*
2972.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-177💐
💐प्रेम कौतुक-177💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
পৃথিবী
পৃথিবী
Otteri Selvakumar
ज़िंदगी थी कहां
ज़िंदगी थी कहां
Dr fauzia Naseem shad
गलतियां
गलतियां
Dr Parveen Thakur
अमृत महोत्सव आजादी का
अमृत महोत्सव आजादी का
लक्ष्मी सिंह
याद तो हैं ना.…...
याद तो हैं ना.…...
Dr Manju Saini
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमारा साथ और यह प्यार
हमारा साथ और यह प्यार
gurudeenverma198
यही समय है!
यही समय है!
Saransh Singh 'Priyam'
इतनी भी
इतनी भी
Santosh Shrivastava
" मित्रता का सम्मान “
DrLakshman Jha Parimal
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
मन की गति
मन की गति
Dr. Kishan tandon kranti
"अस्थिरं जीवितं लोके अस्थिरे धनयौवने |
Mukul Koushik
अजनबी सा लगता है मुझे अब हर एक शहर
अजनबी सा लगता है मुझे अब हर एक शहर
'अशांत' शेखर
■ आज की भविष्यवाणी...
■ आज की भविष्यवाणी...
*Author प्रणय प्रभात*
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
Anand Kumar
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Dr Archana Gupta
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
नाथ सोनांचली
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
Neelam Sharma
त्रिशरण गीत
त्रिशरण गीत
Buddha Prakash
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
Keshav kishor Kumar
Loading...