दोस्ती और जलन
मुझे क्या पता था ,
मुझसे जलने की वजह
मेरी कामयाबी निकली….
जलन ना करके खुद मेरे जैसा बनते,
तो तुम्हारी भी कीमत बढ़ती…
तुम्हारी जलन ने, मुझ जैसा दोस्त खो दिया
और मेरी कामयाबी ने,
तुम्हारे जैसे हजारों दोस्त दिला दिए….
वादे से तू मुकर गया,
दोस्ती छोड़ तू जलन कर गया,
मिसाल थे तुम, हमारी अपनों में,
कत्ल कर दोस्ती का, इल्जाम भी हमीं पर रख गया….
उमेंद्र कुमार