देशप्रेम
प्रेम देश से करते गर
देश की हालत न होती ऐसी
झूठी भक्ति झूठा प्रेम दिखाकर
देश की करती ऐसी की तैसी,
फिर भी उम्मीद है सब को
बेहतर होंगे हालात एक दिन
लोग बदलेंगे सोच बदलेगी
और बाते होंगी फिर देशप्रेम की !
प्रेम देश से करते गर
देश की हालत न होती ऐसी
झूठी भक्ति झूठा प्रेम दिखाकर
देश की करती ऐसी की तैसी,
फिर भी उम्मीद है सब को
बेहतर होंगे हालात एक दिन
लोग बदलेंगे सोच बदलेगी
और बाते होंगी फिर देशप्रेम की !