दूरी
ऐसे ना मुझे छोड़ना
के मैं ,
सदमे में होश खो बैठू ,
थोड़ी आज दूरी बना थोड़ी कल,
ऐसे ही धीरे-धीरे छोड़ देना ,
जिससे तुम्हें भी दर्द ना हो
और मुझे भी एहसास न हो ….
उमेंद्र कुमार
ऐसे ना मुझे छोड़ना
के मैं ,
सदमे में होश खो बैठू ,
थोड़ी आज दूरी बना थोड़ी कल,
ऐसे ही धीरे-धीरे छोड़ देना ,
जिससे तुम्हें भी दर्द ना हो
और मुझे भी एहसास न हो ….
उमेंद्र कुमार