दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
देख जिसको सब मोह भुलाना ।
मुक्ति के द्वार का तय है खुल जाना ।
सब लोग देखे ये सबका दायित्व है ।
दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
नैन हरसाने, छाती जुङाने ।
देख कर जिसको मन हरसाने ।
आज फिर वही गंगा प्रवाहित है ।
दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
शुभ है घङी अब चल रही क्या ।
जब धरा काल के गाल मे समायी हुई है ।
अंत समय जो राम गुण गाए वो अपना भाग्य जगाए हुए है ।
अमृत बोली सुनकर जिसकी विह्वलता की कथा ये कैसी ।
आंख से करलो दर्शन सभी ये पल बङा भव पारित है ।
दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
चाचा, मामा ,भाई, भाभी ।
सुनो पिता मां बहन और हरजाई ।
सबसे मै हाथ जोड़े कहता ।
राम का नाम ही है करिश्माई ।
ज्ञान आग की आज प्रज्वलित है ।
दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
तुझसे राम मुझमे राम सबमे राम समाया ।
सबसे कर लो प्यार जगत मे कोई नही है पराया ।
लगा के नारा अमन शांति का हो एक सब भाई है ।
दूरदर्शन पर रामायण लाइव है ।
Rj Anand Prajapati