दुश्मनी में भी – प्यार होता है
प्यार – प्यार होता है ,
जैसा भी होता है,
प्यार के साथ दुश्मनी निभा लो या दुश्मनी के साथ प्यार..
प्यार के बिना दुश्मनी निभाना मुश्किल है यारों,
हर वक्त उसके बारे में सोचना,
उसे याद करना,
उसके हर कदम पता लगाना,
हर किसी से उसके बारे में पता लगाना,
खाते – पीते, जागते – सोते बस उसी की बातें करना,
प्यार नहीं तो क्या है….
कर्म से तू चाहे दुश्मनी निभा ले ,
पर मन में तूने मुझे ही बसा रखा है,
चल बता, एक छोटी सी बात:-
जितनी शिद्दत के साथ तो दुश्मनी निभाता है ना,
काश कि तूने उतनी शिद्दत से प्यार कर लिया होता….
मैं तेरा दुश्मन नहीं तेरा यार होता!
उमेंद्र कुमार