दुखी जीवन
मुद्दतों बाद महफिलों से रू-ब-रू तो हुए,
मगर तेरी कमी सी (खुशी) थी,
अगर तू थोड़ी भी होती,
अगर तू साथ होती…
इस अंजुमन को दीवाने खास बना देते…..
उमेंद्र कुमार
मुद्दतों बाद महफिलों से रू-ब-रू तो हुए,
मगर तेरी कमी सी (खुशी) थी,
अगर तू थोड़ी भी होती,
अगर तू साथ होती…
इस अंजुमन को दीवाने खास बना देते…..
उमेंद्र कुमार