Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2022 · 1 min read

दिल ही क्या

दिल ही क्या फिर रूह भी बेकरार रहे ।
तमाम उम्र का जब आंखों में इन्तज़ार रहे ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
चील .....
चील .....
sushil sarna
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
दुष्यन्त 'बाबा'
*खुशी लेकर चली आए, सभी के द्वार दीवाली (हिंदी गजल)*
*खुशी लेकर चली आए, सभी के द्वार दीवाली (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अंत समय
अंत समय
Vandna thakur
छिपकली
छिपकली
Dr Archana Gupta
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
Shweta Chanda
हृद्-कामना....
हृद्-कामना....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
हर रंग देखा है।
हर रंग देखा है।
Taj Mohammad
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
Shyam Sundar Subramanian
होली है ....
होली है ....
Kshma Urmila
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
Atul "Krishn"
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
आह जो लब से निकलती....
आह जो लब से निकलती....
अश्क चिरैयाकोटी
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
shabina. Naaz
💐प्रेम कौतुक-522💐
💐प्रेम कौतुक-522💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"अतीत"
Dr. Kishan tandon kranti
■ कोई तो बताओ यार...?
■ कोई तो बताओ यार...?
*Author प्रणय प्रभात*
कहानी। सेवानिवृति
कहानी। सेवानिवृति
मधुसूदन गौतम
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
सत्य कुमार प्रेमी
-- गुरु --
-- गुरु --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
अब तक मुकम्मल नहीं हो सका आसमां,
अब तक मुकम्मल नहीं हो सका आसमां,
Anil Mishra Prahari
2378.पूर्णिका
2378.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
Kumar lalit
सोच की अय्याशीया
सोच की अय्याशीया
Sandeep Pande
ज़रूरत के तकाज़ो
ज़रूरत के तकाज़ो
Dr fauzia Naseem shad
Loading...