दिल मिरा आपका पुजारी है
दिल मिरा आपका पुजारी है
पालकी फूलों से सँवारी है
जिस घड़ी तुम जुदा हुये मुझसे
एक लम्हा सदी पे भारी है
ना यक़ीं हो तो आज़मा लेना
तू मुझे जान से भी प्यारी है
इश्क़ मुझसे नहीं था तो बता दे
दिल में तस्वीर क्यूँ उतारी है
जीत लूँगा तुझे ज़माने से
दिल मिरा इश्क़ का जुँआरी है