दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी
(शेर)- देखण जावै है सगळा, मेळो मारा भरतार।
तैं भी दिखाणै ले चालो,मेळो मनैं भरतार।।
रेलगांव रा हाट मांय, मनैं दिलाओ पायल तैं।
रेशम री साड़ी मेळा मं, मनैं दिलाओ तैं भरतार।।
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दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी।
तैं मारे काळजै री कोर, ओ मारा प्यारा बालम जी।।
दिखाओ लार मनैं मेळो —————————-।।
कोटा रा दशहरा मं, तैं लेकर चालो आज मनैं।
मेळा मांय डोलर मं, तैं लार बिठाओ आज मनैं।।
कोटा डोरिया री साड़ी, दिलाओ वहाँ बालम जी।
तैं मारे काळजै री कोर, ओ मारा प्यारा बालम जी।।
दिखाओ लार मनैं मेळो,————————।।
सीताबाड़ी रो मेळो तैं, आज दिखाओ मनैं।
बाणगंगा रा दर्शन तैं, वहाँ लार कराओ मनैं।।
माथा रो टिकलो वहाँ मनैं, दिलाओ तैं बालम जी।
तैं मारे काळजै री कोर, ओ मारा प्यारा बालम जी।।
दिखाओ लार मनैं मेळो,—————————–।।
बारां रा डोलमेळा मं, तैं लार घुमाओ मनैं।
चार चौमा री सोरती, तैं लार दिखाओ मनैं।।
सांगोद रा न्हाण मांय चाट, खिलाओ लार बालम जी।
तैं मारे काळजै री कोर, ओ मारा प्यारा बालम जी।।
दिखाओ लार मनैं मेळो,————————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)