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2 Feb 2023 · 1 min read

*दाँत ( कुंडलिया )*

दाँत ( कुंडलिया )

सोने से पहले करें , दाँतों को ब्रश रोज
परम पुरातन है मधुर ,अमृतमय यह खोज
अमृतमय यह खोज ,साफ दाँतों को रखते
पावन दिव्य सुगंध ,रात – भर सुंदर चखते
कहते रवि कविराय ,बचाओ यह खोने से
रखो दाँत मजबूत , रजत – जैसे सोने – से

रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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