Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2023 · 1 min read

दर्द जो आंखों से दिखने लगा है

दर्द जो आंखों में दिखने लगा है , वो कैसे छुपाएं।
आंसू पलक पर जमने लगा है ,वो कैसे छुपाएं ।

बात होंठों पर जो आकर ठहरी,वो कैसे बताएं।
उलझन जो आ जीवन में ठहरी,कैसे सुलझाएं।

ख़त जो हमने लिखा है तुमको,कैसे पहुंचाएं
रुठी है तुम बिन जो खुशियां, उन्हें कैसे मनाएं।

सवाल इतने हो गये जिंदगी में, जवाब कैसे पाएं
सजदा खुदा को ही तू कर ,तो बात बन जाए।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
दिल है या दिल्ली?
दिल है या दिल्ली?
Shekhar Chandra Mitra
द्वारिका गमन
द्वारिका गमन
Rekha Drolia
*तुम  हुए ना हमारे*
*तुम हुए ना हमारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
23/117.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/117.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
*Author प्रणय प्रभात*
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
कवि रमेशराज
💐प्रेम कौतुक-386💐
💐प्रेम कौतुक-386💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
मेरी देह बीमार मानस का गेह है / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*होली के रंग ,हाथी दादा के संग*
*होली के रंग ,हाथी दादा के संग*
Ravi Prakash
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सफर सफर की बात है ।
सफर सफर की बात है ।
Yogendra Chaturwedi
क्षमा एक तुला है
क्षमा एक तुला है
Satish Srijan
जीवन की सांझ
जीवन की सांझ
Dr. Girish Chandra Agarwal
मजदूर
मजदूर
Harish Chandra Pande
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन
स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
#राम-राम जी..👏👏
#राम-राम जी..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
पत्थर
पत्थर
Shyam Sundar Subramanian
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
अगर फैसला मैं यह कर लूं
अगर फैसला मैं यह कर लूं
gurudeenverma198
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
अपना सफ़र है
अपना सफ़र है
Surinder blackpen
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बींसवीं गाँठ
बींसवीं गाँठ
Shashi Dhar Kumar
कर्म का फल
कर्म का फल
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
*शब्द*
*शब्द*
Sûrëkhâ Rãthí
Loading...