दर्द – ए – दिल ( शायरी 4 पंक्ति )
◆याद बड़ा करते है उसे पर अब कह भी नहीं सकते
◆बिन तेरे सनम इक पल भी अब रह भी नही सकते
◆आज सिर्फ औ सिर्फ उन्हीं बीते यादों का सहारा है
◆ये जज़्बात औ दर्द-ए-दिल अब सह भी नही सकते
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)