*त्यौहारों का देश (कुंडलिया)*
त्यौहारों का देश (कुंडलिया)
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अपना भारतवर्ष है, त्यौहारों का देश
खुशियों से हर क्षण भरा, रहता है परिवेश
रहता है परिवेश, राम की लीला गाते
जन्माष्टमी-गणेश, धूम से पर्व मनाते
कहते रवि कविराय, अन्य देशों में सपना
कहॉं प्रकृति के रंग, कहॉं उत्सव यह अपना
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451