त्याग
जब कोई कवि लिखता है कोई कविता
अंत मे नीचे अपना नाम लिखता है ।
जब कोई कहानीकार रचता है कोई कहानी
तब अंत मे वो भी अपना नाम लिखता है ।।
पर जब कोई माँ अपने बच्चे को जन्म देती है,
तो अपने बच्चे के नाम के बाद पिता का नाम क्यो लिखती है ?
जब कोई पिता खरीदता है,
ट्रक, ट्रेक्टर या कार ।
तो शौक से उस पर,
लिखता है अपने बच्चों का नाम ।
परन्तु वही बच्चे बड़े होकर,
पढ़, लिखकर शिक्षित होकर
खरीदते है लक्ज़री और महंगी कार
पर उस पर क्यों नही लिखवाते
अपने पिता का नाम ?
@गोविन्द उईके