तो पिता भी आसमान है।
यदि माता वसुंधरा है।
तो पिता भी आसमान है।।
यदि माता कोमल छांव है।
तो प्रेम से भरा पिता भी सर से पांव है।।
यदि माता के जिम्मे घर के काम है।
तो पितृ जीवन भी परिश्रम के नाम है।।
यदि माता त्याग की देवी है।
तो पिता का संघर्ष भी सुबह शाम है।।
ईश्वर से मिलने को अकुलित रहते हो।
मात-पिता की सेवा में ही चारो धाम है।।
संपूर्ण जीवन लगा दिया हमारे निर्माण में।
उनके जैसा दूसरा ना संसार में भाव महान है।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ