Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2021 · 1 min read

तोहरा खातिर

तोहरा खातिर जग से लरना
तोहरा खातिर सब से डरना

दोउ प्रान रहल इक जान मगर
तोहरा खातिर जीना-मरना

•••

Language: Bhojpuri
1 Like · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
उधार वो किसी का रखते नहीं,
उधार वो किसी का रखते नहीं,
Vishal babu (vishu)
3. कुपमंडक
3. कुपमंडक
Rajeev Dutta
बीता समय अतीत अब,
बीता समय अतीत अब,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
24/249. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/249. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
Shekhar Chandra Mitra
क्षणिक स्वार्थ में हो रहे, रिश्ते तेरह तीन।
क्षणिक स्वार्थ में हो रहे, रिश्ते तेरह तीन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
"हासिल"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम विवाह करने वालों को सलाह
प्रेम विवाह करने वालों को सलाह
Satish Srijan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
👌आत्म गौरव👌
👌आत्म गौरव👌
*Author प्रणय प्रभात*
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*किसकी चिर काया रही ,चिर यौवन पहचान(कुंडलिया)*
*किसकी चिर काया रही ,चिर यौवन पहचान(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हिचकी
हिचकी
Bodhisatva kastooriya
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
Ranjeet kumar patre
गंगा घाट
गंगा घाट
Preeti Sharma Aseem
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
इस जग में हैं हम सब साथी
इस जग में हैं हम सब साथी
Suryakant Dwivedi
मनुष्य
मनुष्य
Sanjay ' शून्य'
*देश के  नेता खूठ  बोलते  फिर क्यों अपने लगते हैँ*
*देश के नेता खूठ बोलते फिर क्यों अपने लगते हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
shabina. Naaz
SHELTER OF LIFE
SHELTER OF LIFE
Awadhesh Kumar Singh
अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
अपनी कमी छुपाए कै,रहे पराया देख
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
Loading...