– तेरे रूप का हु में दीवाना जाने जाना तूने मुझे नही पहचाना –
– तेरे रूप का हु में दीवाना जानेजाना तूने मुझे नही पहचाना –
तेरे रूप का हु में दीवाना जाने जाना तूने मुझे नही जाना,
में तेरा हु आशिक तूने मुझे नही पहचाना,
मेरा प्यार,मेरी मोहब्बत एक दम सच्ची है ,
ये मेने मेरे दिल से है जाना,
हे मेरी जाने जाना तू भी मुझसे दिल लगाना,
प्यार कभी एकतरफा स्वीकार नही होता,
और अगर कभी होता है एकतरफा तो उसको किसी ने नही जाना,
अगर तेरे दिल में भी है मेरे लिए मोहब्बत,
तो बता देना ए जाने जाना,
तेरे रूप का हु में दीवाना जाने जाना,
तूने मुझे नही पहचाना,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान