– तेरी मांग में कलम से में सिंदूर भरू –
– तेरी मांग में कलम से में सिंदूर भरू –
आंखो से इजहार करू,
सदा तुझे अपने दिल में रखू,
तेरे लिए में जग से लडू,
तुझको पाने के लिए विधाता से भीड़ू,
तेरे लिए में समाज का विरोध सहु,
तेरे लिए में अपनो का में दंश सहु,
तेरे लिए कंटक के पथ पर चलु,
लोग भरते है अपने हाथो से मांग,
लोग बाते करते है चांद सितारे तोड़ने की,
तेरी मांग में कलम से सिंदूर भरू,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184