Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2022 · 1 min read

तेरी खैर मांगता हूं।

बारगाह ए इलाही में तेरी खैर मांगता हूं।
तू सदा रहे सलामत बस यही चाहता हूं।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 4 Comments · 168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सँविधान
सँविधान
Bodhisatva kastooriya
मिष्ठी रानी गई बाजार
मिष्ठी रानी गई बाजार
Manu Vashistha
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
मानसिक विकलांगता
मानसिक विकलांगता
Dr fauzia Naseem shad
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
Paras Mishra
अल्फाज़.......दिल के
अल्फाज़.......दिल के
Neeraj Agarwal
मुझे मिले हैं जो रहमत उसी की वो जाने।
मुझे मिले हैं जो रहमत उसी की वो जाने।
सत्य कुमार प्रेमी
My City
My City
Aman Kumar Holy
"जंगल की सैर”
पंकज कुमार कर्ण
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
कठिनाई  को पार करते,
कठिनाई को पार करते,
manisha
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
लंबा सफ़र
लंबा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आ जाओ घर साजना
आ जाओ घर साजना
लक्ष्मी सिंह
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
कर दो बहाल पुरानी पेंशन
gurudeenverma198
ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।
ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।
Taj Mohammad
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ऐसी प्रीत कहीं ना पाई
ऐसी प्रीत कहीं ना पाई
Harminder Kaur
#धर्म
#धर्म
*Author प्रणय प्रभात*
3157.*पूर्णिका*
3157.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हूं तो इंसान लेकिन बड़ा वे हया
हूं तो इंसान लेकिन बड़ा वे हया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
"चालाकी"
Ekta chitrangini
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Sakshi Tripathi
बचपन, जवानी, बुढ़ापा (तीन मुक्तक)
बचपन, जवानी, बुढ़ापा (तीन मुक्तक)
Ravi Prakash
युक्रेन और रूस ; संगीत
युक्रेन और रूस ; संगीत
कवि अनिल कुमार पँचोली
जुनून
जुनून
नवीन जोशी 'नवल'
Loading...