तेरा मेरा साथ
हाथ में हाथ
तेरा मेरा साथ
कहीं कोई दूरी नहीं
तू दिल के कितना करीब
बह रहा है समय निरंतर
किसी के लिए ठहरता नहीं
यह जीवन की डोर टूट जाये
सांसों की लय थम जाये
उससे पहले चलो चले कहीं
पा लें अपने सपनों की मंजिल
पूरी कर लें कुछ अधूरी हसरतें
मौन रहें जब तब आंखों से बोले
मुंह से बोलें तो तेरा नाम
सबसे पहले लेकर बातों का पिटारा
खोलें
साथ बना रहे हम दोनों का
यह दुआ मांगे
रब से बस अपनी सलामती की
ही आज इल्तिजा करें।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001