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29 Aug 2022 · 1 min read

तू तो नहीं

माना मैं खराब हूं
तू तो नहीं
हो गई है रात
फिर अभी तक
तू आया क्यों नहीं

माना मैं बेवफा हूं
तू तो नहीं
दिल में दर्द है मेरे
तुझे कोई फिक्र
फिर है क्यों नहीं

माना मैं झूठा हूं
तू तो नहीं
मिलने का वादा
किया तुमने
फिर निभाया क्यों नहीं

तेरी नजरों में
पागल हूं मैं
तू तो नहीं
मेरी छोटी सी
नादानी फिर
क्यों तू समझा नहीं

इश्क में था मैं
तू तो नहीं
फिर क्यों आता था
मिलने मुझसे
बताता क्यों नहीं

याद करता हूं मैं
तू तो नहीं
फिर सुबह शाम
ये मेरी हिचकियां
जाती क्यों नहीं

तेरे प्यार में हूं मैं
तू तो नहीं
तेरी ये आंखें
इस बात की तस्दीक
करती क्यों नहीं।

Language: Hindi
11 Likes · 3 Comments · 875 Views
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